किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि दुनिया हमें वैसी नहीं दिखती जैसी वो है बल्कि वैसी दिखती है जैसे हम हैं |
एक ऐसे ही बुद्धिमान व्यक्ति की कहानी है जो अपने गांव के बाहर बैठा हुआ था | एक यात्री वहां से गुजरा और उसने उस व्यक्ति से पूछा – इस गांव में किस तरह के लोग रहते हैं क्योंकि मैं अपना गांव छोड़कर किसी और गांव में बसने की सोच रहा हूं |
तब उस बुद्धिमान व्यक्ति ने पूछा – तुम जिस गांव को छोड़ना चाहते हो, उस गांव में कैसे लोग रहते हैं ?
उस आदमी ने कहा – वे स्वार्थी, निर्दई और रूखे हैं |
बुद्धिमान व्यक्ति ने जवाब दिया – इस गांव में भी ऐसे ही लोग रहते हैं |
कुछ समय बाद एक दूसरा यात्री वहां आया और उस बुद्धिमान व्यक्ति से वही सवाल पूछा |
बुद्धिमान व्यक्ति ने उससे भी पूछा – तुम जिस गांव को छोड़ना चाहते हो उसमें कैसे लोग रहते हैं ?
यात्री ने जवाब दिया – वहां के लोग दयालु और एक दूसरे की मदद करने वाले हैं |
तब उस बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा – इस गांव में भी तुम्हें वैसे ही लोग मिलेंगे |
दोस्तों इस कहानी से आपको क्या सीख मिलती है, आमतौर पर हम दुनिया को उस तरह नहीं देखते जैसी वो है बल्कि जैसे हम हैं वैसे ही हमारी दुनिया होती है |
ज्यादातर लोगों का व्यवहार हमारे ही व्यवहार का आईना होता है |
इसलिए कहा गया है कि अपने दिल से जानिए, पराये दिल का हाल |
दोस्तों यह कहानी आपको कैसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताइए और इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों के साथ भी शेयर करें धन्यवाद दोस्तों |