1. चंद फासला जरूर रखिए हर रिश्तों के दरमियाँ क्योंकि भूलती नहीं दो चीजें चाहे जितना भुला लो एक घाव और दूसरा लगाव |
2. मिठास मुंह में खुले तो स्वाद, दिलों में बोले तो प्यार, मौसम में घुले तो बहार, रिश्तो में घुले तो जिंदगी स्वर्ग बन जाती है |
3. 2G, 3G, 4G, 5G भविष्य में 6G और ना जाने कितने ही G आयेंगे | पर याद रखिए कि दुनिया में माता जी, पिता जी और गुरु जी के बिना कोई दूसरा G काम नहीं आएगा |
4. जिंदगी ने पूछा सपना क्या होता है हकीकत बोली बंद आँखों में जो अपना होता है खुली आंखों में वही सपना होता है |
5. अच्छा व्यवहार सौंदर्य की कमी को पूरा कर सकता है लेकिन सौंदर्य कभी भी अच्छे व्यवहार की कमी को पूरा नहीं कर सकता |
6. धन से पुस्तक मिलती है किंतु ज्ञान नहीं, धन से आभूषण मिलते हैं किंतु रुप नहीं, धन से सुख मिलता है किंतु आनंद नहीं, धन से साथी मिलते हैं किंतु सच्चे मित्र नहीं, धन से भोजन मिलता है किंतु भूख नहीं, धन से दवा मिलती है किंतु स्वास्थ्य नहीं, धन से एकांत मिलता है किंतु शांति नहीं, धन से बिस्तर मिलता है किंतु नींद नहीं | अतः धन के पीछे ना भागें धन से अधिक ज़रूरी हैं आपके रिश्ते, आपकी खुशियां, आपके अपने क्योंकि जिस धन को आप अपने कल के लिए बचा रहे हैं किसे पता है कल कौन रहे न रहे |
7. मां-बाप का बुढ़ापा उनकी उम्र से नहीं बल्कि उनकेऔलाद के रवैया से पता चलता है |
8. हर किसी से नम्रता से बात करें क्योंकि मीठा बोलने वाला कभी नहीं हारता |
9. मेरी गलतियां, मेरी कमियां, मेरे सारे दोष अनदेखा कर देना है प्रभु क्योंकि मैं जिस माहौल में रहता हूं उसे दुनिया कहते हैं |
10. विश्वास एक एक छोटा सा शब्द है लेकिन ये एक बार जिस पर हो जाता है फिर पूरी दुनिया चाह कर भी उसे नहीं तोड़ पाती और यह एक बार जिससे उठा जाता है फिर पूरी दुनिया चाह कर भी उसे नहीं जोड़ पाती |
11. श्री कृष्ण जी कहते हैं कि सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना तो इस लोक में हैं और ना ही कोई और |
12. मनुष्य का स्वभाव भी कितना अजीब है कि वह सोचता तो एक ज्ञानी की भांति है परन्तु आचरण मूर्खता पूर्ण पद्धति पर करता है |
13. उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है इंसान जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है |
14. घर बड़ा हो या छोटा लेकिन अगर मिठास ना हो तो इंसान तो छोड़िए चीटियां भी नहीं आएँगी |
15. कार्य को कथन के अनुरूप बनाइए और कथन को कार्य के अनुरूप इससे प्रकृति के नियम का उल्लंघन नहीं होगा |
16. उदारता पूर्ण कार्य स्वयं अपना पुरस्कार है |
17. एक बात याद रखें कि आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जाएगा बल्कि आपका क्रोध आपको स्वयं दंड देगा |
18. किसी को हरा देना बहुत आसान है लेकिन किसी को जीतना बेहद ही मुश्किल |
19. जितना आप दूसरों से दूर होकर अकेले में चलेंगे, अपने में चलेंगे, दूसरों को छोड़ेंगे और स्वयं में चलेंगे उतनी ही ज्यादा गहराई में जी हां उतनी ही अधिक गहराई में आप पहुंचेंगे और यह जीवन का एक बड़ा रहस्य है कि आप स्वयं में जितनी गहराई में पहुंचेंगे आपके जीवन को उतनी ऊंचाइयां हासिल हो जाएंगी |
20. ओढकर मिट्टी की चादर बे निशाँ हो जायेंगे एक दिन आएगा जब हम भी दास्ताँ हो जायेंगें |
21. जरा सा तुम बदल जाते जरा सा हम बदल जाते तो मुमकिन था शायद कि यह रिश्ते किसी सांचे में ढल जाते |
22. कई बार दीया तेल की कमी के कारण भी बुझ जाया करता है हर बार दोष हवाओं का नहीं होता | मचलती तमन्नायें वक्त दर वक्त बदलती रहती हैं आँखे हैं बेजुबान फिर भी हर राज़ उगलती रहती हैं |
23. इश्क मरता कहाँ है साहब अरे वो तो बस दो टुकड़ों में जिया करता है |
दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि आपको ये सारे quotes जरुर पसंद आये होंगे, आपको ये कुछ सच्ची और अच्छी बातें | Kuch sacchi or acchi baaten by Rohit Kumar कैसे लगे हमें कमेंट करके जरुर बताएं | आपका feedback हमारे लिए बेशकीमती है | अगर हमारे लिए आपकी कोई राय है तो आप हमें e-mail भी कर सकते हैं, और ऐसे ही अनमोल विचार, सुविचार या मोटिवेशनल कहानियों के लिए आप हमारे ब्लॉग और YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं |